प्रश्न- भवन में बच्चों के लिए अध्ययन कक्ष किस स्थान पर होना चाहिए?
उत्तर: अध्ययन कक्ष का सबसे उपयुक्त स्थान पष्चिम दिषा है क्यांेकि इस दिषा पर विद्या की देवी मां सरस्वती का वास होता है। इसके अलावा उत्तर, पूर्व एवं ईषान क्षेत्र में भी अध्ययन कक्ष बनाया जा सकता है। उत्तर दिषा पर मानस चेतना के कारक ग्रह बुध, ईषान क्षेत्र पर ज्ञान के ग्रह गुरु एवं पूर्व पर आत्म कारक सूर्य का अधिकार होता है। अतः इन क्षेत्रों में अध्ययन कक्ष बनाने से बच्चांे के अध्ययन मंे काफी लाभ मिलता है। Read More
प्रश्न- क्या आवासीय भूखंड में बेसमेंट बनाना चाहिए?
उत्तर: आवासीय भूखंड में बेसमेंट नहीं बनाना चाहिए। क्योंकि बेसमेंट सूर्य की किरणों के लाभ से वंचित रहता है। अगर अनिवार्य हो तो उत्तर-पूर्व में ब्रह्म स्थान को बचाते हुए बनाना चाहिए। Read More
प्रश्न- भवन के अंदर दक्षिण- पश्चिम दिशाओं में बेसमेंट का क्या प्रभाव होता है ?
उत्तर: भवन के अंदर दक्षिण-पश्चिम दिशा में तहखाना भूलकर नहीं बनाना चाहिए। इन जगहों पर बनाने से परिवार के लोगों के स्वास्थ्य, आयु एव भाग्य में कमी तथा आपदाओं का सामना करते देखा गया है। साथ ही क्लेश, कर्ज, महापातकी एवं गरीबी पीछा नहीं छोड़ती। पोलियो तथा कैंसर जैसी आसाध्य बीमारियां अक्सर होते देखा गया है। भाग्य सो जाता है तथा रोजी-रोटी के लिए मोहताज होने लगते है। अतः दक्षिण-पश्चिम में भूलकर भी तहखाने या बेसमेंट का निर्माण न करायें। तहखाने या बेेसमेंट को कभी भी शयनकक्ष भोजन कक्ष, शौचालय और स्नानगृह के रूप में प्रयोग नहीं करना चाहिए। इसका प्रयोग लिविग रूम, मीटिंग रूम, पूजा गृह, अध्ययन कक्ष आदि के रूप में किया जा सकता है। Read More
Comments